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अब तक आंटी तीन बार झड़ चुकी थीं उन्होंने मुझे प्यार से देखा और बोलीं- जान, इतना तो दम मेरे पति में भी नहीं है … साला वो चोदता था तो मुश्किल से एक बार ही झड़ती थी … लेकिन तेरे लंड ने तो मुझे 4 बार झड़वाया है. ये चंदा आज से तेरी है, जब चाहे … जैसे चाहे चोद लेना.
मैंने उन्हें चोदने लगा.
फिर थोड़ी देर के बाद मैं अब झड़ने वाला था. करीब 20 जोरदार झटकों के साथ मैं झड़ने को हुआ तो लंड चुत से निकाल लिया.
इससे वो गुस्सा हो गईं और बोलीं- निकाला क्यों?
मैंने कहा- मेरा होने वाला है, कहीं अन्दर निकाला तो गड़बड़ हो जाएगी.
वो बोलीं- हुई गड़बड़ तो हो जाने दो. तू मुझे अपने लंड का पानी पिला दे.
आंटी ने लंड को वापस अपनी चूत में ले लिया और जोर जोर से नीचे से धक्के देने लगीं.
मैं भी ऊपर से आंटी को जोर जोर से चोद रहा था.
करीब बीस धक्कों के बाद मैंने आंटी की ही चूत में सारा पानी निकाल दिया. आंटी की पूरी चूत मेरे वीर्य से भर कर थी और वीर्य चुत से बहने लगा था.
मैं वैसे ही उनके बगल में लेट गया और उन्हें किस करने लगा.
वो मेरे लंड को हाथ में पकड़ कर हिलाने लगीं और थोड़ी देर बाद उसे चूसने भी लगीं.
मेरा लंड फिर से खड़ा हुआ और फिर से चुदाई चालू हो गई.
उस रात मैंने आंटी को चार बार चोदा और वैसे ही लंड पेल कर उनके ऊपर ही सो गया.
सुबह जब मेरी नींद खुली, तो मेरी चांद नहीं थी.
वो सुबह जल्दी ही अपने घर चली गयी थी.
आंटी ने मुझे मैसेज किया था कि आज भी पति नहीं आएगा.